परिवर्तन की साक्षी

संघर्षों के भंवर में, सपनो की झुलसती कहानी की साक्षी, अरमानो की खुली पोटली से, खुशियों के गायब हो जाने की साक्षी, कभी सिसकती, कभी सहमती, कुछ बेचैन सी साँसों की साक्षी, मद्धम होती सूरज…