Behind those “Backspaces”

Don’t know how many stories are buried under those silent backspaces. The tears that were curious to turn into words, the smiles that were eager to spread, but some fear inside, maybe about losing someone,…

तेरे हाथों की लकीरों में

तेरे हाथों की लकीरों में, धूँदला सा कहीं मेरा नाम तो होगा, जिस धागे से बँधा है हर रिश्ता मेरा, उसका एक छोर तेरे दिल से ही तो जुड़ता होगा, सागर के किनारे बैठ कर…

प्रवाह

नदी की धारा सी मैं, समंदर से मिलने को आतुर, भावनाओं के अवीरल प्रवाह में, सब भूल कर बह जाने को आतुर. कभी सिमटती, कभी सिसकती, अपनी ही साँसों के एहसास से अंजान. बिखरे हुए…