बात छोटी ही थी पर…

बात छोटी ही थी पर

नुक्कड़ की मंडली में खास हो गई,

माँ बेटी की बीच हुई तो बस बात हो गई,

और सास बहू के बीच हुई तो बड़ी बात हो गई,

दो बहनो के बीच हुई तो मुलाकात हो गई,

भाभी ननद के बीच हुई तो खुराफात हो गई,

भाई बहन के बीच हुई तो आई गयी बात हो गई,

जेठ भाभी के बीच हुई तो तकरार हो गई,

बात मायके में हुई तो बात आम हो गई,

बात ससुराल में हुई तो बदनाम हो गई,

घर की चार दीवारी में हुई तो दफ़न हो गई,

चौराहे पर आ पहुँची तो घर की इज़्ज़त नीलाम हो गई,

थोड़ा सबर कर लिया तो कुछ पल में सुलह हो गई,

गुस्से का उबाल हुआ तो बवाल हो गई,

वक्त पर संभली तो आसानी से निपट गई,

नासमझी में उलझी तो गले की फाँस हो गई,

दो दिन की पहेली ज़िंदगी भर का सवाल हो गई,

प्यार बढ़ने से पहले, रिश्ते की गाँठ हो गई,

जुड़ गये दिल से तो ज़िंदगी आसान हो गई,

थोड़ा उलझे तो जंग का मैदान हो गई,

मसले कुछ तो हर घर में रहते ही हैं हमेशा,

बात ससुराल की हुई तो थोड़ी खास हो गई,

चिंगारी भड़की ही थी बस एक छोटी सी बात पर,

पल भर की नासमझी से मशाल हो गई,

जहाँ जान छिड़कते थे सब एक दूजे पर अब तक,

वहाँ अब एक दूजे की एहमियत बदल गई,

थोड़ा वो नहीं समझे, थोड़ा हम नहीं समझे,

और बात पल भर में कचहरी की वारदात हो गई,

जो ज़िंदगी भर के लिए पिरोए थे मोती एक माला में,

उनके बिखरने से ज़िंदगी बेजान हो गई,

इसीलिए कहती हूँ…

जिसने भी थोड़ा सबर किया, उसकी ज़िंदगी आसान हो गई,

बात सहने की नहीं, निभाने की सोची तो हर परिस्थिति आम हो गई,

जो बढ़कर नुक्कड़ तक पहुँच जाते थे मसले कभी,

थोड़ी समझदारी दिखाई तो घर की शान हो गई,

सास बहू का प्यार दुनियाँ में मिसाल हो गई,

ननद भाभी की जोड़ी घर की पहचान हो गई,

पति पत्नी की समझदारी भी मोहल्ले में बड़ी बात हो गई,

खुशियों की घर में बरसात हो गई,

और ज़िंदगी खुद ही एक सोगात हो गई..!

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9 Comments

  1. Just awsome jagriti.. Such deep words and truth of life you have portrayed through your words. ??????????

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